डांस करते हुए 23 साल के युवक की अचानक मौत; फ्लोर पर कदम लड़खड़ाए और फिर कहानी खत्म, कैमरे में कैद हुआ LIVE मंजर

Faridabad Young Man Sudden Heart Attack Death During Dance On DJ

Faridabad Young Man Sudden Heart Attack Death During Dance On DJ

Faridabad Youth Sudden Death: मौत तो एक न एक दिन होनी ही है लेकिन जिस तरह पिछले कुछ समय से हंसते-खेलते और नाचते-गाते लोग मौत की नींद सो रहे हैं। यह स्थिति बेहद डराने वाली है। देश में अचानक मौत के मामले दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं। हैरानी की बात है कि मरने वालों में सबसे ज्यादा युवा ही हैं। अब हरियाणा के फरीदाबाद से एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां एक युवक की डांस करते हुए हार्ट अटैक से अचानक मौत हो गई. जानकारी के अनुसार, इस युवक की उम्र अभी करीब 23 साल थी।

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DJ फ्लोर पर कदम लड़खड़ाए और फिर कहानी खत्म

युवक की अचानक मौत का LIVE मंजर वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है और अब वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसे देख लोग स्तब्ध रह जा रहे हैं। वीडियो में दिखता है कि युवक एक अन्य युवक के साथ DJ फ्लोर पर डांस कर रहा है। शुरू में तो वह बिलकुल सामान्य दिखता है। लेकिन कुछ देर होते-होते उसके कदम अचानक से थमने लग जाते हैं। इसी बीच वह लड़खड़ाता है और जमीन पर गिर जाता है। इस दौरान वह एक पलटी भी खाता है। इस दौरान साथ नाच रहा युवक और वहां मौजूद एक शख्स को पहले कुछ समझ नहीं आता लेकिन जब काफी देर तक उठता ही नहीं और हलचल नहीं करता तो मौके पर हड़कंप मच जाता है।

बताया जाता है कि मरने वाले युवक का नाम देवकीनंदन (23 साल) था। वह फरीदाबाद के सेक्टर-75 स्थित डी-मार्ट मॉल में पिछले चार वर्षों से कार्यरत था। जिस दौरान देवकीनंदन की मौत हुई उस वक्त वह कंपनी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में ही मौजूद था। कार्यक्रम में डीजे लगाया गया था और कर्मचारी डांस कर रहे थे। जिसमें देवकीनंदन ने भी डांस किया लेकिन उसका यह डांस उसकी ज़िंदगी के लिए आखिरी साबित हुआ। डांस करते करते देवकीनंदन जब गिरा तो उसे वहां के लोग अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। अचानक हार्ट अटैक आने से देवकीनंदन की मौत हुई।

वीडियो

 

पता नहीं अब कब जिंदगी हाथ छुड़ाकर चल दे

बहराल देश में इन दिनों एक बेहद दर्दनाक और डरावनी स्थिति बनी हुई है। मतलब हैरानी की बात है कि चलते-फिरते लोगों की हार्ट अटैक से अचानक मौत हो जा रही है। पिछले कुछ समय से ये सिलसिला लगातार तेजी से जारी है और एक के बाद एक अब तक क लोग (अधिकतर युवा) इसी तरह मौत के मुंह में समा चुके हैं. बहराल अब तो डर लग रहा है। पता नही कब किस मोड़ पर जिंदगी अचानक हाथ छुड़ाकर चल दे और मौत दबे पांव आकर अपना शिकंजा कस ले। इस ओर सरकार और जो भी मेडिकल एक्सपर्ट हैं, उन्हें चेतना चाहिए।

 

कोरोना के बाद जिंदगी पर गहराया मौत का साया!

खासकर कोरोना के बाद से जिंदगी बहुत मुश्किल हो गई है। जिंदगी पर मौत का साया गहरा गया है। खासकर खेलने-कूदने वाले लोगों के लिए हाई रिस्क है। युवाओं के बीच अचानक मौत का यह दौर महामारी की तरह पसर रहा है। अब तो यह कहना मुनासिफ़ ही होगा कि कितनी ऐसी मौतों के बाद हम इस मेडिकल इमरजेंसी को स्वीकार करेंगे? फिलहाल लोग सावधानी बरतें और समय-समय पर अपने शरीर का चेकअप कराते रहें। खासकर हार्ट से जुड़ी जांच हर 6 महीने में कराएं।

 

ICMR ने कहा- अचानक मौत का वैक्सीन से संबंध नहीं

ऐसी अचानक मौतों को देखते हुए लोगों के बीच एक बहस और चर्चा कोरोना वैक्सीन को लेकर खूब चल रही थी। पिछले कुछ दिनों से ये अंदेशा जताया जा रहा था कि चलते-फिरते आ रहे हार्ट अटैक और उसकी वजह हो रही मौत का कोविड वैक्सीन से संबंध है। लोग यही मान रहे थे कि इसके पीछे कोरोना वैक्सीन ही वजह है। लेकिन हाल ही में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने रिसर्च करते हुए एक रिपोर्ट जारी की और यह स्पष्ट किया कि अचानक मौतों का कोविड वैक्सीन से कोई सीधा संबंध नहीं है।

मसलन भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने इस गंभीर स्थिति को स्वीकार जरूर किया है लेकिन इसके निदान और असल कारण के तह तक जाना बाकी है। यानि अचानक मौतों को लेकर कोई बचाव उपाय निकालना चाहिए। क्योंकि देश में इन दिनों अचानक मौत को लेकर एक बेहद दर्दनाक और डरावनी स्थिति बनी हुई है। पिछले कुछ समय से ये सिलसिला लगातार तेजी से जारी है और एक के बाद एक अब तक कई लोग (अधिकतर युवा) इसी तरह मौत के मुंह में समा चुके हैं।

 

हार्ट अटैक आने पर कैसे दें CPR?

हार्ट अटैक की स्थिति हम में से किसी के साथ भी घटित हो सकती है। इसलिए अगर आपके सामने ऐसी कोई भी स्थिति आती है तो सबसे पहले मरीज़ को फ़र्श पर लिटा कर उसकी पल्स और धड़कन देखने की कोशिश करें। किसी एक व्यक्ति को फ़ौरन एंबुलेंस को कॉल करने को कहें। अगर नज़दीकी अस्पताल का नंबर है तो उसपर कॉल करें। अगर पल्स नहीं मिल रही तो तुरंत CPR शुरू करें। मरीज़ के आसपास भीड़ ना लगाएँ और CPR तब तक देते रहें जब तक मदद ना आ जाये या मरीज़ की पल्स ना मिलने लगे।

अगर आपको CPR देने की विधि मालूम नहीं है तो आप यहां जान लीजिये। CPR देने की क्रिया में आप मरीज के कन्धों के पास घुटनों के बल बैठ जाएं। इसके बाद अपनी एक हाथ की हथेली को मरीज की छाती के बीच में रखें. दूसरे हाथ की हथेली को पहले हाथ की हथेली के ऊपर रखें। अपनी कोहनी को सीधा रखें और कन्धों को मरीज के छाती के ऊपर सीधाई में रखें।

वहीं अपने ऊपर के शरीर के वजन का इस्तेमाल करते हुए मरीज की छाती को कम से कम 2 इंच (5 सेंटीमीटर) और ज़्यादा से ज़्यादा 2.5 इंच (6 सेंटीमीटर) तक दबाएं और छोड़ें।  एक मिनट में 100 से 120 बार ऐसा करें। अगर आपको फिर भी सीपीआर देना नहीं आ रहा है, तो व्यक्ति के हिलने डुलने तक या मदद आने तक उसकी छाती दबाते रहें। शायद आपका कोई दवाब उसकी साँसों को दोबारा लाने में सफल हो जाये। उसका हार्ट काम करने लग जाये।